दैनिक अवंतिका उज्जैन।
उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ महापर्व के लिए मार्ग चौड़ीकरण का कार्य शासन-प्रशासन ने शुरू कर दिया है। इसके अंतर्गत कंठाल से गोपाल मंदिर वाला मार्ग भी प्रमुख रूप से चौड़ीकरण में शामिल है। क्योंकि मार्ग पुराने शहर में सबसे व्यस्ततम है तथा भगवान महाकाल की साल में दो बार शाही सवारियां भी इसी मार्ग से होकर निकलती है। इसलिए प्रशासन को इस मार्ग का चौड़ीकरण करना सबसे जरूरी है।
कंठाल चौराहे से सतीगेट, सराफा, गोपाल मंदिर, छत्री चौक तक का यह मार्ग व्यवसायिक होने के बावजूद काफी संकरा है। दुकानें के बाहर ही यहां सैकड़ों वाहन खड़े हो जाते हैं जिससे मार्ग और छोटा हो जाता है। ऐसे में यहां से निकलने वाले आम नागरिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से यहां प्रतिदिन ही चक्काजाम हो जाता है। सालों से इस मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर बात चल रही है लेकिन काम शुरू नहीं हो पा रहा था। पिछले सिंहस्थ 2016 में भी इसके प्रयास हुए थे लेकिन समय अभाव का हवाला देकर चौड़ीकरण टाल दिया गया था। एक बार फिर इस मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर कार्रवाई शुरू हुई है। मार्ग का सर्वे होने के बाद राशि स्वीकृति व टेंडर के बाद वर्क आर्डर भी जारी कर दिए गए है। हालांकि इतनी प्रक्रियाओं के बाद भी अभी यहीं कहा जा रहा है कि इस मार्ग का चौड़ीकरण अलग-अलग चरणों में करने की संभावना है।
पहले चरण में कोयला फाटक से मेट्रो टॉकीज की गली तक
मार्ग चौड़ीकरण से जुड़े कुछ अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में कोयला फाटक चौराहे से मेट्रो टॉकीज की गली के बाहर तक चौड़ीकरण होगा। इसलिए अभी यहीं तक के भवन स्वामियों को नोटिस जारी किए गए है। यहां के रहवासियों ने अपने मकान तोड़ने भी शुरू कर दिए है। दूसरे चरण कंठाल से सतीगेट व गोपाल मंदिर, छत्री चौक तक का मार्ग चौड़ा होगा। इसलिए अभी यहां के लोगों को नोटिस जारी नहीं हुए है। लेकिन प्रशासन ने इन सब के बावजूद कंठाल से गोपाल मंदिर वाले मार्ग के भवन व प्रतिष्ठानों पर निशान जरूर लगाए हैं। अब इस पूरे मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर अभी संशय की स्थिति ही बनी हुई है।
कंठाल से गोपाल मंदिर वाले मार्ग पर अभी ये हालत
– कंठाल से गोपाल मंदिर तक के इस व्यवसायिक मार्ग में हर दिन चक्का जाम होता है।
– तीन पहिया वाहन यानी ऑटो रिक्शा या फिर ई-रिक्शा के गुजरने से मार्ग पर सब कुछ थम जाता है। – ये मार्ग शुरू से ही काफी संकरा है। ऊपर से मार्ग के दोनों तरफ व बीच में वाहन पार्क कर दिए जाते हैं।
– बची हुई सड़क पर वाहनों की आवाजाही व पैदल चलने वालों के लिए जगह तक नहीं रहती है।
– सामान्य दिनों में ही ये हालात रहते हैं। त्योहार व सीजन के समय परिस्थिति और भी मुश्किल हो जाती है।
मार्ग के व्यापारी बोले – अभी
नोटिस नहीं, निशान लगे हैं
सतीगेट व्यापारी एसोसिएशन से जुड़े व्यापारियों ने बतायता कि अभी कंठाल गोपाल मंदिर वाले मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर नोटिस नहीं जारी हुए है। लेकिन मार्ग में आने वाले भवनों व दुकानों के बाहर निशान जरूर लगाए गए है। यह भी सुनने में आया है कि कोयला फाटक से गोपाल मंदिर तक के मार्ग को दो से तीन चरणों में चौड़ा करेंगे।
अधिकारी बोले – यातायात भी
देखना होगा, वाहन डायवर्ट करेंगे
चौड़ीकरण के दौरान इस मार्ग में यातायात रोकना होगा। लेकिन यह शहर के सबसे बीच व्यस्ततम मार्ग होने से प्रशासन को काफी दिक्कत भी आएगी। यहां से वाहन अन्य मार्गों के लिए डायवर्ट करने होंगे। नगर निगम के आयुक्त आशीष पाठक ने कहा है कि आम लोगों को कोई दिक्कत न आए इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
